What is Strike Rate in Cricket: क्रिकेट Lovers के लिए अगले कुछ महीने बेहद रोमांचक होने वाले हैं, क्योंकि उन्हें एक के बाद एक Cricket Tournament का लुत्फ़ उठाने का मौका मिलेगा। क्युकी 20 मार्च से IPL शुरू हो जाएगा, जो करीब दो से ढाई महीने तक चलेगा। इस दौरान बल्लेबाज़ चौकों-छक्कों की झड़ी लगाएंगे और फिर उनके औसत और Strike Rate की चर्चा होना तय है। ये आंकड़े तय करेंगे कि बल्लेबाज़ ने कितना शानदार प्रदर्शन किया है। ऐसे में यह समझना ज़रूरी है कि What is Strike Rate in Cricket? और किसी बल्लेबाज़ का Strike Rate कैसे निकाला जाता है?
What is Strike Rate in Cricket
स्ट्राइक रेट क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण आँकड़ा है जो बताता है कि बल्लेबाज़ कितनी तेज़ी से रन बना रहा है। यह एक माप है कि बल्लेबाज़ ने प्रति गेंद कितने रन बनाए हैं। स्ट्राइक रेट को विशेष रूप से सीमित ओवरों के क्रिकेट जैसे आईपीएल, वनडे और ट्वेंटी-20 में बहुत महत्व दिया जाता है क्योंकि इन खेलों में तेज़ी से रन बनाना महत्वपूर्ण है।
इसे भी पढे: Highest Paid Cricketer in IPL: आईपीएल 2025 में सबसे महंगे क्रिकेटर, जाने कौन है टॉप पर?
स्ट्राइक रेट कैसे निकलता है?
बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट निकालना बहुत सरल है। इसका मतलब है कि एक बल्लेबाज प्रति 100 गेंदों में कितने रन बनाता है। स्ट्राइक रेट निकालने के लिए कुल रन को कुल गेंदों से भाग दिया जाता है, और फिर उसे 100 से गुणा किया जाता है।
स्ट्राइक रेट=( कुल गेंदें ÷ कुल रन)×100
उदाहरण के तौर पर, मान लीजिए किसी बल्लेबाज ने 75 गेंदों पर 100 रन बनाए हैं, तो उसका स्ट्राइक रेट होगा:
Strike Rate= 100 ÷75 × 100 =133.33
इसका मतलब है कि उस बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट 133.33 है, यानी वह हर 100 गेंदों पर 133.33 रन बना रहा है।
स्ट्राइक रेट का महत्व:
- आक्रामकता: उच्च स्ट्राइक रेट यह दर्शाता है कि बल्लेबाज आक्रामक तरीके से खेल रहा है।
- टीम के लिए लाभ: खास तौर पर बड़े लक्ष्य का पीछा करते समय, उच्च स्ट्राइक रेट टीम के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इससे रन रेट को बनाए रखने में मदद मिलती है।
- विपक्ष पर दबाव: जब बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट उच्च होता है, तो इससे गेंदबाजों और फील्डिंग टीम पर दबाव पड़ता है।
इसे भी पढे: Highest Wicket-Taker in IPL: आईपीएल में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले टॉप 10 गेंदबाज
Conclusion
स्ट्राइक रेट क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण आँकड़ा है, जो बल्लेबाज की आक्रामकता और रन बनाने की गति को दर्शाता है। यह सीमित ओवरों के खेलों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहाँ तेज़ी से रन बनाने से टीम की जीत की संभावना बढ़ जाती है।